
Shrink laryngeal (Sound Box) cancer tumors and regain your voice
लैरिंजियल कैंसर (कंठनली ) ट्यूमर को घटायें और आवाज फिर से पायें
लैरिंजियल कैंसर (Laryngeal Cancer), जिसे हिंदी में कंठनली का कैंसर कहा जाता है, गले के उस हिस्से में होता है जिसे लैरिंक्स या "वॉयस बॉक्स" कहा जाता है। यह कैंसर उस स्थान पर विकसित होता है जहाँ हमारी आवाज़ बनती है।
🔍 प्रमुख प्रकार (Types of Laryngeal Cancer)
Squamous Cell Carcinoma (स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा)
– सबसे आम प्रकार, जो गले की सतह की कोशिकाओं में होता है।
Adenocarcinoma
– ग्रंथि ऊतकों में विकसित होता है (बहुत दुर्लभ)।
Sarcoma
– मांसपेशियों या संयोजी ऊतकों से उत्पन्न होता है।
⚠️ लक्षण (Symptoms)
आवाज़ में भारीपन या कर्कशता
बोलने में कठिनाई
लगातार गले में खराश या खिंचाव
निगलने में दर्द या तकलीफ
गले में गांठ
वजन कम होना
कान में दर्द (गले की वजह से)
🧪 कारण (Causes)
धूम्रपान (तम्बाकू का सेवन)
अत्यधिक शराब पीना
HPV वायरस का संक्रमण
एसिड रिफ्लक्स (GERD)
वातावरणीय प्रदूषण व रसायनों के संपर्क में आना
✅ बचाव (Prevention)
धूम्रपान और शराब से बचें
पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें
गले की नियमित जांच कराएं (विशेष रूप से यदि जोखिम में हों)
गले पर अत्यधिक दबाव डालने से बचें
HPV वैक्सीन लेना
🌿 आयुर्वेदिक जैंस काऊ यूरिन थेरेपी से संभावित इलाज
ट्यूमर को घटाने में सहायक
शरीर की सफाई और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु
इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए
सूजन और गले के संक्रमण से राहत
टॉनिक के रूप में
शरीर में बनने वाले कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोकने में मदद
डिटॉक्सिफिकेशन
आयुर्वेदिक औषधियों के साथ संयोजन
गोमूत्र को कांचनार गुग्गुल, सहजना, चित्रक, सारिवा, गिलोय, भूमि आंवला, मेहंदी, पाषाणभेद, अतिबला, अश्वगंधा, पुनर्नवा, मुलेठी, हल्दी, तुलसी, पीपल छाल, मंजिष्ठा, मकोय, गुलर छाल, वट (बड़ का वृक्ष),लोध्र,सहदेवी, नागकेसर, शतावरी,वासा (अडूसा), कंकोल (तेल फल), त्रिकटु, शिलाजीत, वन ककड़ी, सदा पुष्पी, रोहितक, कालमेघ, पुनर्नवा, आंवला, कालमेघ, भृंगराज, तुलसी, बहेड़ा, मुलेठी, नागरमोथा, पिप्पली, रोहितक, कुटकी, सौंठ, भुई आंवला, विडंग, गिलोय, काकमाची, काली मिर्च, चित्रक, मेंहदी, घृतकुमारी, जीरा,गोखरू, पुनर्नवा, कुल्थी, हरड़, काकमाची, आंवला, निशोथ, रसवंती,अकरकरा, अश्वगंधा, बड़ी इलायची, भीमसेनी कपूर, गिलोय, गोखरू, जायफल, कवच बीज, लॉंग, मुलैठी, मुसली, पीपली, शतावरी, शिलाजीत, सौंठ, विदारी कंद, विधारा जैसी औषधियों के साथ रिसर्च अनुसार निश्चित मात्रा में मिलाकर प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसकी प्रभावशीलता अत्यधिक बढ़ जाती है।
आवश्यक अन्य मेडिसिन के कांबीनेशन के साथ पथ्य-अपथ्य, योगासन के साथ लैरिंजियल कैंसर रोग का इलाज करें |
1. Take Ayurvedic Chemotrim Syrup 6-6 Teaspoonful twice a day.
2. Take Ayurvedic Heporyl syrup 2-2 teaspoons twice a day.
3. Take Ayurvedic Bronkol & Toxinol Syrup 2-2 Teaspoons twice a day.
4. Take Ayurvedic Ansocur Capsule 2-2 twice a day.
5. Drink One glass of Cow’s milk boiled with 1/2 teaspoon of turmeric powder in morning & evening. Add ½ tsp of Toner liquid.
6. Make a sauce of 31 Basil leaves & take with one tsp of honey. Take it daily at 10.00am & 4.00pm
7. Take 2 -2 teaspoons of Ayurvedic fortex pak twice a day
- 2 CHEMOTRIM+ SYP
- HEPORYL+ SYP
- TOXINOL + SYP
- BRONKOL + SYP
- 2 ANSOCURE CAP
- TONER LIQUID 100 m
- 2 FORTEX PAK 450 grams
- OMNI OIL 70 ml
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