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Systemic Lupus Erythematosus (SLE) Support Kit

Systemic Lupus Erythematosus (SLE) Support Kit

Regular price Rs. 4,950.00 INR
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ediscover support for complex autoimmune condition like Systemic Lupus Erythematosus (SLE), with our Ayurvedic Autoimmune Wellness Kit. Our ayurvedic solution offers a natural complement to conventional treatments. Enriched with Ayurvedic herbs with medicinal properties, our Systemic Lupus Erythematosus (SLE) Support Kit is designed to restore harmony within your immune system, alleviate inflammation, and provide relief from debilitating symptoms. By bolstering your energy levels, promoting mental clarity, and supporting overall heart health, our formula addresses the multifaceted challenges of these conditions.

 

SLE  रोग प्रतिरोधक प्रणाली को संतुलन में लाकर लक्षणों में काफ़ी राहत

Significant relief of SLE symptoms by balancing the immune system

SLE एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की रोग-प्रतिरोधक प्रणाली (इम्यून सिस्टम) गलती से अपने ही स्वस्थ ऊतकों और अंगों (tissues/organs) पर हमला करने लगती है। यह स्किन, जोड़, किडनी, ब्रेन, हृदय, फेफड़े तक को प्रभावित कर सकती है।

🔍 लक्षण (Symptoms Systemic Lupus Erythematosus)

 

SLE के लक्षण व्यक्ति-विशेष और समय के अनुसार बदलते हैं :

 

चेहरे पर तितली के आकार का रैश (Butterfly rash)

जोड़ों में सूजन और दर्द

थकान, कमजोरी, बुखार

बाल झड़ना (Alopecia)

सूरज की रोशनी में त्वचा पर जलन या रैश

छाती में दर्द (फेफड़ों में सूजन)

मसूड़ों से खून, मुंह में छाले

किडनी में सूजन (Lupus Nephritis)

मूड स्विंग, डिप्रेशन, याददाश्त कमजोर होना


⚠️ मुख्य कारण (Causes)


SLE के कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन संभावित कारण:

ऑटोइम्यून गड़बड़ी (Immune dysfunction)

जेनेटिक फैक्टर (पारिवारिक इतिहास)

हार्मोनल परिवर्तन (जैसे एस्ट्रोजन असंतुलन)

वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण

अत्यधिक मानसिक तनाव

धूप में ज़्यादा रहना

कुछ दवाओं का रिएक्शन (drug-induced lupus)


✅ बचाव (Prevention / Management)


तेज धूप से बचें (सनस्क्रीन और छाया में रहें)

संतुलित आहार और पर्याप्त नींद

तनाव से बचें – ध्यान, योग करें

एलर्जी या संक्रमण से बचाव

नियमित डॉक्टर परामर्श व ब्लड/यूरिन टेस्ट कराते रहें

धूम्रपान, शराब से दूरी

कोई भी दवा बिना परामर्श के न लें

 


 

जैंस काऊ यूरिन थेरेपी द्वारा उपचार

 

SLE का एलोपैथी में कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन गौमूत्र थेरेपी द्वारा रोग प्रतिरोधक प्रणाली को संतुलन में लाकर लक्षणों में काफ़ी राहत मिल सकती है।


➡️ इम्यून सिस्टम को संतुलन में लाता है
➡️ शरीर का गहन डिटॉक्स
➡️ सूजन, दर्द और थकान में राहत
➡️ स्किन, लिवर और किडनी की क्रिया को सुधारता है

 ➡️ इम्यून मॉड्यूलेटर, एंटी-इंफ्लेमेटरी ,रक्त शुद्धि और स्किन रैश में उपयोगी ,स्किन, लीवर और रक्त             दोष निवारण , इम्युनिटी सुधार, थकान व कमजोरी दूर ,मानसिक संतुलन ,थकान, तनाव में लाभदायक
      गौमूत्र और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ शरीर को संतुलन देती हैं, एलोपैथी से होने वाले साइड  इफेक्ट्स         को कम करती हैं

आयुर्वेदिक औषधियों के साथ संयोजन

गौमूत्र को नीम, बावची, खदिर, करंज, चक्रमर्द, अनंतमूल, आंवला, मंजीष्ठा, कालमेघ, भृंगराज, तुलसी, रोहितक, विदंग, कुटकी, पुनर्नवा, सत्यनाशी, डीकमाली, मेहंदी, शुद्ध गंधक, शुद्ध फिटकरी, अजवाइन के फूल आंवला, पुनर्नवा, गोखरू, अश्वगंधा, सौंफ, पशानभेड़, कुल्थी, शतावरी, गिलोय, सौंठ, कुंच बीज, भृंगराज, भूई आंवला, मेहंदी, कट सरैया, खस, दूधी,पुनर्नवा, आंवला, कालमेघ, भृंगराज, तुलसी, बहेड़ा, मुलेठी, नागरमोथा, पिप्पली, रोहितक, कुटकी, सौंठ, भुई आंवला, विडंग, गिलोय, काकमाची, काली मिर्च, चित्रक, मेंहदी, घृतकुमारी, जीरा कचनार गुग्गुल ,सहजना ,चित्रक,सारिवा,गिलोय,भूमी आंवला,मेहंदी,पाषाणभेद,अतीबला,अश्वगंधा,पुनर्नवा,मुलैठी,हल्दी,तुलसी,पीपल छाल,मंजिष्ठा,मकोय,गुलर छाल,वट (बड़ का वृक्ष),लोध्र,सहदेवी,नागकेसर,शतावरी,वासा (अडूसा) ,कंकोल  (तैलफल) ,त्रिकटु ,शिलाजीत ,वन ककड़ी,सदा पुष्पी,रोहितक,कालमेघजैसी औषधियों के साथ रिसर्च अनुसार निश्चित मात्रा में मिलाकर प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसकी प्रभावशीलता अत्यधिक बढ़ जाती है।

आवश्यक अन्य मेडिसिन के कांबीनेशन के साथ पथ्य-अपथ्य, योगासन आदि निम्नानुसार उपयोग कर SLE का इलाज 

1. Take Ayurvedic Chemotrim Syrup 2-2 Teaspoonful twice a Day.

2. Take Ayurvedic Heporyl syrup 2-2 Teaspoonful twice a day.

3. Take Ayurvedic Dermosol syrup & Nefrogin syrup 2-2 Teaspoonful twice a day.

4. Take 1-1 Ayurvedic Nefrol Capsule twice a day.

5. Take 1-1 Ayurvedic Brantone Capsule twice a day.

6. Drink 250 ml. (One glass) of Cow’s milk boiled with 1/2 teaspoon of turmeric powder in morning & evening. Add half teaspoon of Ayurvedic Toner liquid in the milk.

7. Apply Ayurvedic Omni oil daily before sleeping & after taking bath.

8. Take thirty-one leaves of Basil sauce with one teaspoon of honey. Take it daily at 10.00 am and 4.00pm.

9. Take 1-1 Tsf of Ayurvedic Fortex Pak twice a day

 

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ediscover support for complex autoimmune condition like Systemic Lupus Erythematosus (SLE), with our Ayurvedic Autoimmune Wellness Kit. Our ayurvedic solution offers a natural complement to conventional treatments. Enriched with Ayurvedic herbs with medicinal properties, our Systemic Lupus Erythematosus (SLE) Support Kit is designed to restore harmony within your immune system, alleviate inflammation, and provide relief from debilitating symptoms. By bolstering your energy levels, promoting mental clarity, and supporting overall heart health, our formula addresses the multifaceted challenges of these conditions.

 

SLE  रोग प्रतिरोधक प्रणाली को संतुलन में लाकर लक्षणों में काफ़ी राहत

Significant relief of SLE symptoms by balancing the immune system

SLE एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की रोग-प्रतिरोधक प्रणाली (इम्यून सिस्टम) गलती से अपने ही स्वस्थ ऊतकों और अंगों (tissues/organs) पर हमला करने लगती है। यह स्किन, जोड़, किडनी, ब्रेन, हृदय, फेफड़े तक को प्रभावित कर सकती है।

🔍 लक्षण (Symptoms Systemic Lupus Erythematosus)

 

SLE के लक्षण व्यक्ति-विशेष और समय के अनुसार बदलते हैं :

 

चेहरे पर तितली के आकार का रैश (Butterfly rash)

जोड़ों में सूजन और दर्द

थकान, कमजोरी, बुखार

बाल झड़ना (Alopecia)

सूरज की रोशनी में त्वचा पर जलन या रैश

छाती में दर्द (फेफड़ों में सूजन)

मसूड़ों से खून, मुंह में छाले

किडनी में सूजन (Lupus Nephritis)

मूड स्विंग, डिप्रेशन, याददाश्त कमजोर होना


⚠️ मुख्य कारण (Causes)


SLE के कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन संभावित कारण:

ऑटोइम्यून गड़बड़ी (Immune dysfunction)

जेनेटिक फैक्टर (पारिवारिक इतिहास)

हार्मोनल परिवर्तन (जैसे एस्ट्रोजन असंतुलन)

वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण

अत्यधिक मानसिक तनाव

धूप में ज़्यादा रहना

कुछ दवाओं का रिएक्शन (drug-induced lupus)


✅ बचाव (Prevention / Management)


तेज धूप से बचें (सनस्क्रीन और छाया में रहें)

संतुलित आहार और पर्याप्त नींद

तनाव से बचें – ध्यान, योग करें

एलर्जी या संक्रमण से बचाव

नियमित डॉक्टर परामर्श व ब्लड/यूरिन टेस्ट कराते रहें

धूम्रपान, शराब से दूरी

कोई भी दवा बिना परामर्श के न लें

 


 

जैंस काऊ यूरिन थेरेपी द्वारा उपचार

 

SLE का एलोपैथी में कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन गौमूत्र थेरेपी द्वारा रोग प्रतिरोधक प्रणाली को संतुलन में लाकर लक्षणों में काफ़ी राहत मिल सकती है।


➡️ इम्यून सिस्टम को संतुलन में लाता है
➡️ शरीर का गहन डिटॉक्स
➡️ सूजन, दर्द और थकान में राहत
➡️ स्किन, लिवर और किडनी की क्रिया को सुधारता है

 ➡️ इम्यून मॉड्यूलेटर, एंटी-इंफ्लेमेटरी ,रक्त शुद्धि और स्किन रैश में उपयोगी ,स्किन, लीवर और रक्त             दोष निवारण , इम्युनिटी सुधार, थकान व कमजोरी दूर ,मानसिक संतुलन ,थकान, तनाव में लाभदायक
      गौमूत्र और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ शरीर को संतुलन देती हैं, एलोपैथी से होने वाले साइड  इफेक्ट्स         को कम करती हैं

आयुर्वेदिक औषधियों के साथ संयोजन

गौमूत्र को नीम, बावची, खदिर, करंज, चक्रमर्द, अनंतमूल, आंवला, मंजीष्ठा, कालमेघ, भृंगराज, तुलसी, रोहितक, विदंग, कुटकी, पुनर्नवा, सत्यनाशी, डीकमाली, मेहंदी, शुद्ध गंधक, शुद्ध फिटकरी, अजवाइन के फूल आंवला, पुनर्नवा, गोखरू, अश्वगंधा, सौंफ, पशानभेड़, कुल्थी, शतावरी, गिलोय, सौंठ, कुंच बीज, भृंगराज, भूई आंवला, मेहंदी, कट सरैया, खस, दूधी,पुनर्नवा, आंवला, कालमेघ, भृंगराज, तुलसी, बहेड़ा, मुलेठी, नागरमोथा, पिप्पली, रोहितक, कुटकी, सौंठ, भुई आंवला, विडंग, गिलोय, काकमाची, काली मिर्च, चित्रक, मेंहदी, घृतकुमारी, जीरा कचनार गुग्गुल ,सहजना ,चित्रक,सारिवा,गिलोय,भूमी आंवला,मेहंदी,पाषाणभेद,अतीबला,अश्वगंधा,पुनर्नवा,मुलैठी,हल्दी,तुलसी,पीपल छाल,मंजिष्ठा,मकोय,गुलर छाल,वट (बड़ का वृक्ष),लोध्र,सहदेवी,नागकेसर,शतावरी,वासा (अडूसा) ,कंकोल  (तैलफल) ,त्रिकटु ,शिलाजीत ,वन ककड़ी,सदा पुष्पी,रोहितक,कालमेघजैसी औषधियों के साथ रिसर्च अनुसार निश्चित मात्रा में मिलाकर प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसकी प्रभावशीलता अत्यधिक बढ़ जाती है।

आवश्यक अन्य मेडिसिन के कांबीनेशन के साथ पथ्य-अपथ्य, योगासन आदि निम्नानुसार उपयोग कर SLE का इलाज 

1. Take Ayurvedic Chemotrim Syrup 2-2 Teaspoonful twice a Day.

2. Take Ayurvedic Heporyl syrup 2-2 Teaspoonful twice a day.

3. Take Ayurvedic Dermosol syrup & Nefrogin syrup 2-2 Teaspoonful twice a day.

4. Take 1-1 Ayurvedic Nefrol Capsule twice a day.

5. Take 1-1 Ayurvedic Brantone Capsule twice a day.

6. Drink 250 ml. (One glass) of Cow’s milk boiled with 1/2 teaspoon of turmeric powder in morning & evening. Add half teaspoon of Ayurvedic Toner liquid in the milk.

7. Apply Ayurvedic Omni oil daily before sleeping & after taking bath.

8. Take thirty-one leaves of Basil sauce with one teaspoon of honey. Take it daily at 10.00 am and 4.00pm.

9. Take 1-1 Tsf of Ayurvedic Fortex Pak twice a day

 

  • CHEMOTRIM+ SYP
  • HEPORYL+ SYP
  • DERMOSOL + SYP
  • NEFROGIN+ SYP
  • BRANTONE + CAP
  • NEFROL + CAP
  • TONER NASAL DROP 10 ml
  • OMNI OIL 70 ml
  • FORTEX + CAP

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