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Renal Cell Carcinoma Support Kit

Renal Cell Carcinoma Support Kit

Regular price Rs. 6,900.00 INR
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रीनल सेल कार्सिनोमा - से जीवन को बचाइये 

Renal Cell Carcinoma - Save Life 

Renal Cell Carcinoma (RCC) गुर्दे (किडनी) का सबसे आम प्रकार का कैंसर है, जो गुर्दे की नलिकाओं (renal tubules) की कोशिकाओं से उत्पन्न होता है। यह कैंसर आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ता है, लेकिन अगर समय पर पता न चले, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है।

⚠️ Renal Cell Carcinoma (RCC) के मुख्य लक्षण (Lakshan):

शुरुआती अवस्था में अक्सर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते। लेकिन जैसे-जैसे ट्यूमर बढ़ता है, ये लक्षण दिखाई दे सकते हैं:

🔍 लक्षण

📖 विवरण

पेशाब में खून आना (Hematuria)

पेशाब का रंग गुलाबी, लाल या भूरे रंग का हो सकता है। बिना दर्द के भी खून आ सकता है।

कमर या पसली के नीचे दर्द

एक ओर लगातार या रुक-रुक कर हल्का से तेज दर्द।

पेट या कमर में गांठ या सूजन

एक तरफ उभार जैसा महसूस होना।

थकान (Fatigue)

कमजोरी और शरीर में ऊर्जा की कमी।

भूख कम लगना और वजन कम होना

बिना कारण के वजन घट जाना।

हल्का बुखार या रात को पसीना आना

बिना किसी संक्रमण के

रक्तचाप बढ़ना (High BP)

गुर्दे पर प्रभाव के कारण

एनीमिया (Anemia)

RBC की कमी – चक्कर आना, सांस फूलना

पैरों में सूजन

कभी-कभी किडनी फंक्शन प्रभावित होने पर

हड्डियों में दर्द

अगर कैंसर हड्डियों में फैल चुका हो

🎯 मुख्य कारण (Causes)

धूम्रपान (Smoking) – मुख्य कारणों में से एक
मोटापा – हार्मोनल बदलाव की वजह से
उच्च रक्तचाप (High BP)
किडनी की पुरानी बीमारियाँ / डायलिसिस
जेनेटिक फैक्टर्स – परिवार में कैंसर का इतिहास
रासायनिक एक्सपोजर – कैडमियम, एस्बेस्टस इत्यादि

🛡️ बचाव (Prevention)

धूम्रपान न करें
संतुलित वजन बनाए रखें
रोज़ाना व्यायाम करें
रक्तचाप नियंत्रण में रखें
प्राकृतिक व कम केमिकल युक्त खाना खाएं
अधिक पानी पिएं, शरीर डिटॉक्स होता है

आयुर्वेदिक जैंस काऊ यूरीन थेरेपी (Jains Cow Urine Therapy)

1. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना - गौमूत्र शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाकर कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में मदद करता है। यह NK (Natural Killer) कोशिकाओं की सक्रियता बढ़ा सकता है।

2. एंटीऑक्सीडेंट गुण - गौमूत्र में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं, जो कैंसर की कोशिका वृद्धि को रोकते हैं।

3. कीमोथेरेपी के साइड इफ़ेक्ट कम - गौमूत्र चिकित्सा को कीमोथेरेपी के साथ देने से शरीर को कीमो के दुष्प्रभावों से बचाने में काफ़ी मदद मिलती है।


आयुर्वेदिक औषधियों के साथ संयोजन

गौमूत्र को कंचनार गुगल,सहजना, चित्रक, सरिवा, भुई आमला, मेहंदी, पाषाण भेद, अतिबाला, अश्वगंधा, पुनर्नवा, मुलेठी, पिपल छाल, मंजिष्ठा, मकोई, गुलर छाल, वाता, लोधरा, सहदेवी, नागकेसर, शतावरी, अडूसा, कांकोल, त्रिकटु, शीलाजीत, वन ककड़ी,सदा पुष्पी, रोहतीका, कालमेघ, तुलसी, गिलोय, हल्दी गोखरू,अश्वगंध,सौंफ,पाषाणभेद,कुल्थी,शतावरी,गिलोय,सौंठ, कवचबीज,भृंगराज,भुई आमला ,मेहंदी,कटसरैया,खस, दूधी जैसी औषधियों के साथ रिसर्च अनुसार निश्चित मात्रा में मिलाकर प्रयोग किया जाता है, जिससे इसकी प्रभावशीलता अत्यधिक बढ़ जाती है।

आवश्यक अन्य मेडिसिन के कांबीनेशन के साथ पथ्य-अपथ्य, योगासन आदि निम्नानुसार उपयोग कर इलाज करें 

1.  Take Ayurvedic Chemotrim Syrup 6-6 Teaspoon twice a day.

2.  Take Ayurvedic Heporyl 2-2  teaspoons twice a day.

3.  Take Ayurvedic Nefrogin Syrup 4-4 Teaspoonful twice a day.

4.  Take Ayurvedic Ansocur Capsule 2-2 twice a day.  

5.  Take Ayurvedic Nefrol Capsule 2-2 twice a day.  

6. Make a sauce of 31 Basil leaves & take with one teaspoon of honey at 10am & 4.00pm

7.  Take 2 -2 teaspoons of Ayurvedic fortex Pak twice a day.

8.  Light massage with Ayurvedic Omni oil 2-3 times a day. 

9. Drink One glass of Cow’s A2 milk boiled with 1/2 teaspoon of turmeric powder in morning & evening. Add half teaspoon of Ayurvedic Toner liquid in the milk..

View full details

रीनल सेल कार्सिनोमा - से जीवन को बचाइये 

Renal Cell Carcinoma - Save Life 

Renal Cell Carcinoma (RCC) गुर्दे (किडनी) का सबसे आम प्रकार का कैंसर है, जो गुर्दे की नलिकाओं (renal tubules) की कोशिकाओं से उत्पन्न होता है। यह कैंसर आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ता है, लेकिन अगर समय पर पता न चले, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है।

⚠️ Renal Cell Carcinoma (RCC) के मुख्य लक्षण (Lakshan):

शुरुआती अवस्था में अक्सर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते। लेकिन जैसे-जैसे ट्यूमर बढ़ता है, ये लक्षण दिखाई दे सकते हैं:

🔍 लक्षण

📖 विवरण

पेशाब में खून आना (Hematuria)

पेशाब का रंग गुलाबी, लाल या भूरे रंग का हो सकता है। बिना दर्द के भी खून आ सकता है।

कमर या पसली के नीचे दर्द

एक ओर लगातार या रुक-रुक कर हल्का से तेज दर्द।

पेट या कमर में गांठ या सूजन

एक तरफ उभार जैसा महसूस होना।

थकान (Fatigue)

कमजोरी और शरीर में ऊर्जा की कमी।

भूख कम लगना और वजन कम होना

बिना कारण के वजन घट जाना।

हल्का बुखार या रात को पसीना आना

बिना किसी संक्रमण के

रक्तचाप बढ़ना (High BP)

गुर्दे पर प्रभाव के कारण

एनीमिया (Anemia)

RBC की कमी – चक्कर आना, सांस फूलना

पैरों में सूजन

कभी-कभी किडनी फंक्शन प्रभावित होने पर

हड्डियों में दर्द

अगर कैंसर हड्डियों में फैल चुका हो

🎯 मुख्य कारण (Causes)

धूम्रपान (Smoking) – मुख्य कारणों में से एक
मोटापा – हार्मोनल बदलाव की वजह से
उच्च रक्तचाप (High BP)
किडनी की पुरानी बीमारियाँ / डायलिसिस
जेनेटिक फैक्टर्स – परिवार में कैंसर का इतिहास
रासायनिक एक्सपोजर – कैडमियम, एस्बेस्टस इत्यादि

🛡️ बचाव (Prevention)

धूम्रपान न करें
संतुलित वजन बनाए रखें
रोज़ाना व्यायाम करें
रक्तचाप नियंत्रण में रखें
प्राकृतिक व कम केमिकल युक्त खाना खाएं
अधिक पानी पिएं, शरीर डिटॉक्स होता है

आयुर्वेदिक जैंस काऊ यूरीन थेरेपी (Jains Cow Urine Therapy)

1. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना - गौमूत्र शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाकर कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में मदद करता है। यह NK (Natural Killer) कोशिकाओं की सक्रियता बढ़ा सकता है।

2. एंटीऑक्सीडेंट गुण - गौमूत्र में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं, जो कैंसर की कोशिका वृद्धि को रोकते हैं।

3. कीमोथेरेपी के साइड इफ़ेक्ट कम - गौमूत्र चिकित्सा को कीमोथेरेपी के साथ देने से शरीर को कीमो के दुष्प्रभावों से बचाने में काफ़ी मदद मिलती है।


आयुर्वेदिक औषधियों के साथ संयोजन

गौमूत्र को कंचनार गुगल,सहजना, चित्रक, सरिवा, भुई आमला, मेहंदी, पाषाण भेद, अतिबाला, अश्वगंधा, पुनर्नवा, मुलेठी, पिपल छाल, मंजिष्ठा, मकोई, गुलर छाल, वाता, लोधरा, सहदेवी, नागकेसर, शतावरी, अडूसा, कांकोल, त्रिकटु, शीलाजीत, वन ककड़ी,सदा पुष्पी, रोहतीका, कालमेघ, तुलसी, गिलोय, हल्दी गोखरू,अश्वगंध,सौंफ,पाषाणभेद,कुल्थी,शतावरी,गिलोय,सौंठ, कवचबीज,भृंगराज,भुई आमला ,मेहंदी,कटसरैया,खस, दूधी जैसी औषधियों के साथ रिसर्च अनुसार निश्चित मात्रा में मिलाकर प्रयोग किया जाता है, जिससे इसकी प्रभावशीलता अत्यधिक बढ़ जाती है।

आवश्यक अन्य मेडिसिन के कांबीनेशन के साथ पथ्य-अपथ्य, योगासन आदि निम्नानुसार उपयोग कर इलाज करें 

1.  Take Ayurvedic Chemotrim Syrup 6-6 Teaspoon twice a day.

2.  Take Ayurvedic Heporyl 2-2  teaspoons twice a day.

3.  Take Ayurvedic Nefrogin Syrup 4-4 Teaspoonful twice a day.

4.  Take Ayurvedic Ansocur Capsule 2-2 twice a day.  

5.  Take Ayurvedic Nefrol Capsule 2-2 twice a day.  

6. Make a sauce of 31 Basil leaves & take with one teaspoon of honey at 10am & 4.00pm

7.  Take 2 -2 teaspoons of Ayurvedic fortex Pak twice a day.

8.  Light massage with Ayurvedic Omni oil 2-3 times a day. 

9. Drink One glass of Cow’s A2 milk boiled with 1/2 teaspoon of turmeric powder in morning & evening. Add half teaspoon of Ayurvedic Toner liquid in the milk..

  • 2 CHEMOTRIM+ SYP
  • HEPORYL+ SYP
  • 2 NEFROGIN+ SYP
  • 2 ANSOCURE CAP
  • 2 NEFROL + CAP
  • 2 FORTEX PAK 450 grams
  • OMNI OIL 70 ml
  • TONERLIQUID

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