Skip to product information
1 of 3

VOCAL CORD CANCER SUPPORT KIT

VOCAL CORD CANCER SUPPORT KIT

Regular price Rs. 6,700.00 INR
Regular price Sale price Rs. 6,700.00 INR
Sale Sold out
Tax included. Shipping calculated at checkout.

VOCAL CORD CANCER SUPPORT KIT

स्वर तंतु कैंसर सपोर्ट किट 

संक्षिप्त परिचय
स्वर-तंतु कैंसर गले के वॉइस बॉक्स (लैरिंक्स) के उन हिस्सों में होता है जहाँ हमारी आवाज़ बनती है। इसमें किसी स्वर तंतु पर असामान्य कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। यह कैंसर अक्सर धूम्रपान, शराब और लगातार आवाज़ पर अत्यधिक दबाव के कारण होता है। समय पर पहचान और इलाज से रिकवरी की संभावना अधिक रहती है।

प्रकार (Types)

Squamous Cell Carcinoma – सबसे सामान्य; स्वर-तंतुओं की सतह पर बनता है।
Glottic Cancer – सीधे vocal cords पर बनने वाला कैंसर।
Supraglottic Cancer – vocal cords के ऊपर वाले हिस्से में।
Subglottic Cancer – vocal cords के नीचे वाले हिस्से में।

लक्षण (Symptoms)

लगातार बैठी या भारी आवाज़
बोलने में दर्द या आवाज़ टूटना
गले में खराश जो ठीक न हो
निगलने में दर्द
गर्दन में गांठ
सूखी या लगातार खाँसी
साँस लेने में आवाज़ (stridor)

कारण (Causes)

लंबे समय तक धूम्रपान/तम्बाकू
शराब का अधिक सेवन
आवाज़ पर अत्यधिक दबाव (singers, speakers)
HPV संक्रमण
प्रदूषण, धूल, रसायनों के संपर्क
खराब जीवनशैली, पोषण की कमी
एसिड रिफ्लक्स (GERD)

बचाव (Prevention)

तम्बाकू और शराब से पूर्ण परहेज़
तेज़/बहुत ज़ोर से लगातार बोलने से बचें
पर्याप्त पानी पिएँ (hydration)
GERD/एसिडिटी का सही उपचार
एंटी-HPV वैक्सीन
प्रदूषण और धूल से बचाव (mask)
ताज़ा और पौष्टिक भोजन

डाइट चार्ट (Diet Chart)

सुबह – गुनगुना पानी, तुलसी-पत्ती, हल्का फ्रूट (पपीता/सेब), नारियल पानी
नाश्ता – मूंग चीला, दलिया, पोहा, ओट्स, सब्जियों का सूप
दोपहर – मल्टीग्रेन रोटी, दाल, हल्की सब्जियाँ, सलाद
शाम – ग्रीन टी/तुलसी-चाय, उबली मूंग, फल
रात – सूप आधारित भोजन (lauki, tinda, spinach), खिचड़ी या soft foods
सोने से पहले – हल्दी दूध / warm water with honey (अगर शुगर नहीं है)

विशेष – गले को नम रखने वाले foods लें। ठंडे, तले, खट्टे, बहुत गरम और प्रोसेस्ड फूड को कम करें।

अपथ्य (Foods to Avoid)

तम्बाकू, शराब
बहुत ठंडा, बहुत गरम खाना
खट्टे फल (नींबू, संतरा) – यदि एसिडिटी या जलन हो
तली-भुनी चीज़ें
मसालेदार भोजन
कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेज्ड जूस
चीनी / मैदा / प्रिज़र्वेटिव फ़ूड
ज्यादा चाय/कॉफी

योगासन (योग और प्राणायाम)

आसनों में

भुजंगासन
उष्ट्रासन
सेतुबंधासन
मार्जरीआसन

प्राणायाम

नाड़ी शोधन
भ्रामरी (बहुत लाभदायक—गले के कंपन से हीलिंग)
उद्गीथ ओम् chanting
दीप श्वसन

ध्यान
रोज़ 10–15 मिनट श्वास पर ध्यान।

आयुर्वेदिक जैंस काऊ यूरिन थेरेपी 

  • गले की सूजन और आवाज़ के लिए
    इम्युनिटी बढ़ाने के लिए
    anti-inflammatory
    विषहर
    रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में सहायक
    सूजन शांत करने में सहायक

आयुर्वेदिक औषधियों के साथ संयोजन

कांचनार गुग्गुल, सहजना, चित्रक, सारिवा, गिलोय, भूमि आंवला, मेहंदी, पाषाणभेद, अतिबला, अश्वगंधा, पुनर्नवा, मुलेठी, हल्दी, तुलसी, पीपल छाल, मंजिष्ठा, मकोय, गुलर छाल, वट (बड़ का वृक्ष), लोध्र, सहदेवी, नागकेसर, शतावरी,वासा (अडूसा), कंकोल (तेल फल), त्रिकटु, शिलाजीत, वन ककड़ी, सदा पुष्पी, रोहितक, कालमेघ, पुनर्नवा, आंवला, कालमेघ, भृंगराज, तुलसी, बहेड़ा, मुलेठी, नागरमोथा, पिप्पली, रोहितक, कुटकी, सौंठ, भुई आंवला, विडंग, गिलोय, काकमाची, काली मिर्च, चित्रक, मेंहदी, घृतकुमारी, जीरा, गोजला,अड़ूसा, बहेड़ा, मुलेठी, हल्दी, शिरीष, कंटकारी, तुलसी, काकरासिंघी, कपूर-कचरी, पिप्पली, कुटकी,  भारंगी,  सौंठ, बिल्व पत्र, काली मिर्च, अनार छिलका, भृंगराज, नवसादर, कपूर, अजवायन के फूल,नीम, पुनर्नवा, अश्वगंधा, आंवला, गोखरू, शंखपुष्पी, तुलसी, पिप्पली, भृंगराज, कटुकी, चित्रक, बहेड़ा, गिलोय, सोंठ,  जैसी औषधियों के साथ रिसर्च अनुसार निश्चित मात्रा में मिलाकर प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसकी प्रभावशीलता अत्यधिक बढ़ जाती है।

आवश्यक अन्य मेडिसिन के कांबीनेशन के साथ पथ्य-अपथ्य, योगासन के साथ इलाज करें |

1. आयुर्वेदिक किमोट्रिम सिरप 6-6 चम्मच दिन में दो बार लें।

2. आयुर्वेदिक हिपोरील एवं  ब्रोन्कोल  सिरप 2-2 चम्मच दिन में दो बार लें।

3. आयुर्वेदिक टॉक्सिनोल सिरप 2-2 चम्मच दिन में दो बार लें।

4. आयुर्वेदिक एंसोक्योर कैप्सूल 2-2 दिन में दो बार लें।

5. सुबह और शाम एक गिलास गाय के दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर उबालकर पिएँ । दूध में आधा आधा छोटा चम्मच  आयुर्वेदिक टोनर लिक्विड मिलाएं।

6. 31 तुलसी के पत्तों की चटनी बनाकर एक चम्मच शहद के साथ लें। इसे सुबह 10.00 बजे और शाम 4.00 बजे लें

7. 2 -2 चम्मच आयुर्वेदिक फॉरटेक्स पाक दिन में दो बार लें।

8. दिन में 2-3 बार आयुर्वेदिक ओमनी ऑयल से हल्की मालिश करें।

9 . सोने से पहले सिर के नीचे तकिये का उपयोग किए बिना प्रत्येक नाक में टोनर नेज़ल की 2-2 बूंदें डालें। इसके अलावा  नाभि    क्षेत्र (नाभि) पर उपरोक्त तरल की 2 बूंदें डालें और अनामिका की मदद से उंगली को दक्षिणावर्त और वामावर्त दिशा में 3-4 बार घुमाएं। इसी प्रकार इसे प्रतिदिन क्रमशः सुबह और दोपहर के भोजन के बाद दोहराएँ। ठोस पदार्थ को पिघलाने के लिए बोतल को गर्म पानी में या सीधे सूर्य की रोशनी में रखें।

Please click to fill form for free consultation with  doctor 

https://cowurine.com/en/contact

Whatsapp the reports- 9179078878

Call For Free Consultation-07313599100

 

View full details

VOCAL CORD CANCER SUPPORT KIT

स्वर तंतु कैंसर सपोर्ट किट 

संक्षिप्त परिचय
स्वर-तंतु कैंसर गले के वॉइस बॉक्स (लैरिंक्स) के उन हिस्सों में होता है जहाँ हमारी आवाज़ बनती है। इसमें किसी स्वर तंतु पर असामान्य कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। यह कैंसर अक्सर धूम्रपान, शराब और लगातार आवाज़ पर अत्यधिक दबाव के कारण होता है। समय पर पहचान और इलाज से रिकवरी की संभावना अधिक रहती है।

प्रकार (Types)

Squamous Cell Carcinoma – सबसे सामान्य; स्वर-तंतुओं की सतह पर बनता है।
Glottic Cancer – सीधे vocal cords पर बनने वाला कैंसर।
Supraglottic Cancer – vocal cords के ऊपर वाले हिस्से में।
Subglottic Cancer – vocal cords के नीचे वाले हिस्से में।

लक्षण (Symptoms)

लगातार बैठी या भारी आवाज़
बोलने में दर्द या आवाज़ टूटना
गले में खराश जो ठीक न हो
निगलने में दर्द
गर्दन में गांठ
सूखी या लगातार खाँसी
साँस लेने में आवाज़ (stridor)

कारण (Causes)

लंबे समय तक धूम्रपान/तम्बाकू
शराब का अधिक सेवन
आवाज़ पर अत्यधिक दबाव (singers, speakers)
HPV संक्रमण
प्रदूषण, धूल, रसायनों के संपर्क
खराब जीवनशैली, पोषण की कमी
एसिड रिफ्लक्स (GERD)

बचाव (Prevention)

तम्बाकू और शराब से पूर्ण परहेज़
तेज़/बहुत ज़ोर से लगातार बोलने से बचें
पर्याप्त पानी पिएँ (hydration)
GERD/एसिडिटी का सही उपचार
एंटी-HPV वैक्सीन
प्रदूषण और धूल से बचाव (mask)
ताज़ा और पौष्टिक भोजन

डाइट चार्ट (Diet Chart)

सुबह – गुनगुना पानी, तुलसी-पत्ती, हल्का फ्रूट (पपीता/सेब), नारियल पानी
नाश्ता – मूंग चीला, दलिया, पोहा, ओट्स, सब्जियों का सूप
दोपहर – मल्टीग्रेन रोटी, दाल, हल्की सब्जियाँ, सलाद
शाम – ग्रीन टी/तुलसी-चाय, उबली मूंग, फल
रात – सूप आधारित भोजन (lauki, tinda, spinach), खिचड़ी या soft foods
सोने से पहले – हल्दी दूध / warm water with honey (अगर शुगर नहीं है)

विशेष – गले को नम रखने वाले foods लें। ठंडे, तले, खट्टे, बहुत गरम और प्रोसेस्ड फूड को कम करें।

अपथ्य (Foods to Avoid)

तम्बाकू, शराब
बहुत ठंडा, बहुत गरम खाना
खट्टे फल (नींबू, संतरा) – यदि एसिडिटी या जलन हो
तली-भुनी चीज़ें
मसालेदार भोजन
कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेज्ड जूस
चीनी / मैदा / प्रिज़र्वेटिव फ़ूड
ज्यादा चाय/कॉफी

योगासन (योग और प्राणायाम)

आसनों में

भुजंगासन
उष्ट्रासन
सेतुबंधासन
मार्जरीआसन

प्राणायाम

नाड़ी शोधन
भ्रामरी (बहुत लाभदायक—गले के कंपन से हीलिंग)
उद्गीथ ओम् chanting
दीप श्वसन

ध्यान
रोज़ 10–15 मिनट श्वास पर ध्यान।

आयुर्वेदिक जैंस काऊ यूरिन थेरेपी 

  • गले की सूजन और आवाज़ के लिए
    इम्युनिटी बढ़ाने के लिए
    anti-inflammatory
    विषहर
    रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में सहायक
    सूजन शांत करने में सहायक

आयुर्वेदिक औषधियों के साथ संयोजन

कांचनार गुग्गुल, सहजना, चित्रक, सारिवा, गिलोय, भूमि आंवला, मेहंदी, पाषाणभेद, अतिबला, अश्वगंधा, पुनर्नवा, मुलेठी, हल्दी, तुलसी, पीपल छाल, मंजिष्ठा, मकोय, गुलर छाल, वट (बड़ का वृक्ष), लोध्र, सहदेवी, नागकेसर, शतावरी,वासा (अडूसा), कंकोल (तेल फल), त्रिकटु, शिलाजीत, वन ककड़ी, सदा पुष्पी, रोहितक, कालमेघ, पुनर्नवा, आंवला, कालमेघ, भृंगराज, तुलसी, बहेड़ा, मुलेठी, नागरमोथा, पिप्पली, रोहितक, कुटकी, सौंठ, भुई आंवला, विडंग, गिलोय, काकमाची, काली मिर्च, चित्रक, मेंहदी, घृतकुमारी, जीरा, गोजला,अड़ूसा, बहेड़ा, मुलेठी, हल्दी, शिरीष, कंटकारी, तुलसी, काकरासिंघी, कपूर-कचरी, पिप्पली, कुटकी,  भारंगी,  सौंठ, बिल्व पत्र, काली मिर्च, अनार छिलका, भृंगराज, नवसादर, कपूर, अजवायन के फूल,नीम, पुनर्नवा, अश्वगंधा, आंवला, गोखरू, शंखपुष्पी, तुलसी, पिप्पली, भृंगराज, कटुकी, चित्रक, बहेड़ा, गिलोय, सोंठ,  जैसी औषधियों के साथ रिसर्च अनुसार निश्चित मात्रा में मिलाकर प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसकी प्रभावशीलता अत्यधिक बढ़ जाती है।

आवश्यक अन्य मेडिसिन के कांबीनेशन के साथ पथ्य-अपथ्य, योगासन के साथ इलाज करें |

1. आयुर्वेदिक किमोट्रिम सिरप 6-6 चम्मच दिन में दो बार लें।

2. आयुर्वेदिक हिपोरील एवं  ब्रोन्कोल  सिरप 2-2 चम्मच दिन में दो बार लें।

3. आयुर्वेदिक टॉक्सिनोल सिरप 2-2 चम्मच दिन में दो बार लें।

4. आयुर्वेदिक एंसोक्योर कैप्सूल 2-2 दिन में दो बार लें।

5. सुबह और शाम एक गिलास गाय के दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर उबालकर पिएँ । दूध में आधा आधा छोटा चम्मच  आयुर्वेदिक टोनर लिक्विड मिलाएं।

6. 31 तुलसी के पत्तों की चटनी बनाकर एक चम्मच शहद के साथ लें। इसे सुबह 10.00 बजे और शाम 4.00 बजे लें

7. 2 -2 चम्मच आयुर्वेदिक फॉरटेक्स पाक दिन में दो बार लें।

8. दिन में 2-3 बार आयुर्वेदिक ओमनी ऑयल से हल्की मालिश करें।

9 . सोने से पहले सिर के नीचे तकिये का उपयोग किए बिना प्रत्येक नाक में टोनर नेज़ल की 2-2 बूंदें डालें। इसके अलावा  नाभि    क्षेत्र (नाभि) पर उपरोक्त तरल की 2 बूंदें डालें और अनामिका की मदद से उंगली को दक्षिणावर्त और वामावर्त दिशा में 3-4 बार घुमाएं। इसी प्रकार इसे प्रतिदिन क्रमशः सुबह और दोपहर के भोजन के बाद दोहराएँ। ठोस पदार्थ को पिघलाने के लिए बोतल को गर्म पानी में या सीधे सूर्य की रोशनी में रखें।

Please click to fill form for free consultation with  doctor 

https://cowurine.com/en/contact

Whatsapp the reports- 9179078878

Call For Free Consultation-07313599100

 

  • CHEMOTRIM+ SYP 2 HEPORYL+ SYP 1 BRONKAL + SYP 1 TOXINOL + SYP 1 ANSOCURE CAP 2 TONER LIQUID 100 m 1 FORTEX PAK 450 grams 2 OMNI OIL 70 ml 1 TONER NASAL DROP 10 ml 1 Mouth Freshner 1

More Information To You

Things you need to know

We use industry standard SSL encryption to protect your details. Potentially sensitive information such as your name, address and card details are encoded so they can only be read on the secure server.

  • Safe Payments
  • Accept Credit Cart
  • Different Payment Method
  • Price Include VAT
  • Easy To Order

Express Delivery

  • Europe & USA within 2-4 days
  • Rest of the world within 3-7 days
  • Selected locations